Tuesday, 30 November 2021

कैसा यह रिश्ता है?

पति अपने माँ बाप का सम्मान चाहे तो समझदार ,
पत्नी अपने माँ बाप का सम्मान चाहे तो बेकार | 

पत्नी का उम्र भर ससुराल में रहना जिम्मेवारी,
पति का एक दिन ससुराल में रहना जोरू की गुलामी | 
 
बाबुल का घर छोड़ बेटी से बहु बन जाती है,
फिर उसी बाबुल को फ़ोन भी न कर पाती है |
 
पहले दिन से ससुराल के सब तौर तरीके अपना ले, सास बहु से चाहती है,
पर अपने बेटे को बहु संग बाँट भी न पाती है |

माँ से उसका बेटा नहीं, बेटे का साथ चाहती है,
कहीं चुरा न ले मेरे बेटे को, ऐसा फिर भी सास सोचती है  |
 
भारत को आजाद हुए 75 साल हुए, बहु अभी भी न आज़ाद है,
पीहर जाने के लिए भी लगानी पड़ती फरियाद है |

अपने माँ बाप का घर छोड़ पिया घर बसाने चली है,
तुम्हारी अपनी बेटी की तरह, वो भी नाज़ों से पली है  |