Tuesday, 28 December 2021

खुद को बदल न देना

गुजरे कल, बीते पल,
को सोचने से क्या होगा,
जो बीत गया वो कल था,
जो आएगा वो पल होगा,
आने वाले पल के लिए, सपने फिर से संजो लेना,
किसी के बदल जाने पर, खुद को बदल न देना || 
 
दगाबाज़ निकला वो,
इक पल में पलट गया,
चिकनी चुपड़ी बातें करके,
रिश्तों को ठग गया ,
सनम बेवफ़ा के लिए,
उस बेवफ़ा के लिए, भूल से भी हताश न होना,
किसी के बदल जाने पर, खुद को बदल न देना || 

जुर्रत की उसने,
कि तुझे कुचल सके,
अपनी बेरूखी से,
तेरी मासूमियत मसल सके , 
अपनी मासूमियत को कभी,
अपनी मासूमियत को कभी, अलविदा न कहना,
किसी के बदल जाने पर, खुद को बदल न देना || 
 
खोल दे अपने पंख,
नई उड़ान भर ले,
मुस्कुराहटों से,
फिर से दोस्ती कर ले,
अधूरे रह गए थे जो अरमां,
अधूरे रह गए थे जो अरमां, उन्हें पूरा कर लेना,
किसी के बदल जाने पर, खुद को बदल न देना ||




 

Monday, 6 December 2021

जीना सीख लिया

तेरा मेरा साथ था जो,  
पल भर में छूट गया |
गलतफहमियों की दीवारें बनी,
घरोंदा टूट गया ||

और किसी से क्यूँ शिकवा करूँ मैं,
जब तू ही समझ न पाया |
जो मेरे दिल में था,
उसको पढ़ न पाया ||

छोड़ दी अब बातें पुरानी,
अब उनसे क्या लेना |
जुदा हुए रस्ते हमारे,
कुछ नहीं अब कहना ||
 
याद रखना पर इतना तुम,
इक दिन ऐसा होगा | 
याद करोगे तुम मुझको,
मुझको तू याद न होगा | 
 
भुला कर मैंने यादें तेरी ,
आगे है कदम बढ़ाया |
बिन तेरे जीना भी अब,
मैंने है सीख लिया |
हाँ हाँ सीख लिया,
जीना सीख लिया,
अब मैंने सीख लिया ||