Monday, 25 March 2013

परिवार

माँ बाप से बनता है परिवार
होता है वो खुशियों का संसार
ज़िन्दगी की हर सांस उनसे
मेरा हर लम्हा कुर्बान उनपे
उनकी हर दम पूजा करूँ
चरणों में उनके ज़िन्दगी दे दूँ
उन्होंने ने ही तो सब कुछ सिखाया मुझे
इस काबिल बनाया मुझे
मेरी हसरत उनकी कुर्बानियों की निशानी है
जिसकी कीमत अब मुझे चुकानी है
हर फ़र्ज़ अब मुझे निभाना है
हर कसौटी पर खरा उतरना है
उनकी परवरिश का सिला देना है
"बेटी" होकर "बेटा" बन कर मुझे दिखाना है
हर दम प्रणाम करती हूँ उन्हें
खुद तो कुर्बान करती हूँ मैं

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