Sunday, 26 May 2013

रंग बिरंगे सपने

प्यारे प्यारे सपने
मेरे सपने
रंग बिरंगे सपने
आँखों में सजते
जुबां दिल की कहते
सपने, कुछ अधूरे कुछ पूरे

कहते हमसे, है दुनिया बहुत ही हसीन
कुछ पल कर के देखो यकीन
साथ लाते अपने नई सुबह
ख्वाहिशों को देते पनाह
जीने की चाहत हैं सपने
फूलों से भी कोमल सपने
सपने, सागर की लहरों से सपने

बंद तो कभी खुली आँखों के सपने
हसांते तो कभी रुलाते भी हैं सपने
सपनों से ही चलता हैं संसार
हैं ये हर किसी की आँखों का इंतज़ार
उम्मीद की रौशनी कायम रखते सपने
ज़िन्दगी को नई राह दिखाते सपने
सपने, पलकों पे बसते हलके फुल्के सपने

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